मिथिला प्रांत में जनक नाम का एक अत्यंत प्राचीन तथा प्रसिद्ध राजवंश था
जिसके मूल पुरुष कोई जनक थे। जनक के पुत्र उदावयु पौत्र नंदिवर्धन् और कई
पीढ़ी पश्चात् ह्रस्वरोमा हुए। ह्रस्वरोमा के दो पुत्रसीरध्वज तथा
कुशध्वज हुए। यही सीरध्वज जनक सीरध्वज के नाम से प्रसिद्ध हैं, क्योंकि
जनक नाम से अनेक और व्यक्ति हुए हैं। सीरध्वज की दो कन्याएँ सीता तथा
उर्मिला हुईं जिनका विवाह राम तथा लक्ष्मण से हुआ। कुशध्वज की कन्याएँ
मांडवी तथा श्रुतिकीर्ति हुईं जिनके व्याह भरत तथा शत्रुघ्न से हुए।
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